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Showing posts from May, 2018

Sister

दीदी तो मां जैसी  होती  है  और  उसका  प्यार  ममता ही होती  है  उसकी डाँट पापा जैसी  उसकी सलाह दादा जैसी  वो हमजोली  भी दोस्त जैसी होती है  उसकी बातें बिल्कुल मेरे मन जैसी होतीं  हैं  और उससे दूरी कुछ  ग्रहन जैसी  होती है  अखिर जो  सबकुछ पूरा  कर दे  जिसमें  हर रिश्ता हो  वो बहन ही तो होती  है  मेरी दीदी भी मुझे माँ जैसी लगती  है।                                      With love :)                                                       Your brother                                                        ...

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Name of Life

अनकही अनहोनी , अप्सरा सम्यक सम्मोहिनी , जलती आग की विरहणी, तेजवान अभ्युदायिनी , संघर्षों की मात्रिणी, ज्ञानदायिनी, गहरायी में जाती हुई अनकही सी शाम, बुझती हवा का ठहरा सा पैग...

Hit the goal

तुम क्यों डरते हो जरा कभी खुद से मिल के तो देखो तुम क्या हो ? तुम आग हो  तुमको ऐसा गौरव लक्ष्य मिला , ताकि अपनी काबिलियत इसको तुम आकार दो , आज इसी बात पे इस लक्ष्य को साकार दो   , ये ...

स्त्री

सुकून !गर्मी की पुरवाई सी नटखट!पनघट की रुसवाई सी सुरीली !बिस्मिल्लाह की शहनाई सी शांत !गहरी खाई सी चंचल !कोयल आँगन में आयी सी शर्मीली !दुल्हन सजायी सी गंभीर !समुद्र की गहरायी सी सुलझी !कमल के पत्तों पे पानी की तराई सी उलझी ! बया के नीड़ की बुनाई सी क्रोधी !आग दहकायी सी दयावान !गंगा उफनायी सी धीर !आकाश की ऊँचाई सी प्रेमी !बचपन की लरकायी सी मधुर !लड्डू की मिठाई सी खुश ! रात चाँदनी से सजायी सी ये है ईश्वर की चारमोत्कर्षित कृति                   " स्त्री " सुन्दर !ताज़महल के नक्काशों की मढ़ाई सी ।।              © ' Shail ' Smriti              मेरी लेखनी से

रग़बत ( कुछ उर्दू हो जाए )

आज कल जश्न-ए-जहाँ  में लोग मुश्तक़बिल को बेहतर करने की होड़ में जो ख़िदमत न करे उससे भी रग़बत लगाये बैठे हैं, और एक हम हैं कि रग़बत पे ही अपना सारा मुस्तक़बिल सजाये बैठे हैं । हम तो अपने ही नहीं लोगों की इश्तियाक़ से भी वाकिफ़ हैं ज़नाब हमने बस अपने फ़हम से ही तो नहीं कोरे कागजों पे अल्फ़ाज़ पिरोये बैठे है। हम तो कहते हैं खोज लीजिये  खुशियाँ यूँ बेज़ार न रहिये आप  देख लीजिए हमको ही हम तो रग़बत ही खुशियों से लगाये बैठे हैं ।।                                       " shail " स्मृति                                  Meri lekhani se    

Smart work

अरे जमाना बहुत बदल गया साहब ! अब यहाँ कार्य नहीं स्मार्ट वर्क किये जाते हैं । अब सिर्फ रिजल्ट ही नहीं ! काम करने के तरीके भी आजमाये जाते हैं । हमने भी कहा चलो इस अपडेट वाली दुनि...