Sister

दीदी तो मां जैसी  होती  है  और  उसका  प्यार  ममता ही होती  है  उसकी डाँट पापा जैसी  उसकी सलाह दादा जैसी  वो हमजोली  भी दोस्त जैसी होती है  उसकी बातें बिल्कुल मेरे मन जैसी होतीं  हैं  और उससे दूरी कुछ  ग्रहन जैसी  होती है  अखिर जो  सबकुछ पूरा  कर दे  जिसमें  हर रिश्ता हो  वो बहन ही तो होती  है  मेरी दीदी भी मुझे माँ जैसी लगती  है।                                      With love :)                                                       Your brother                                                        ...

Smart work

अरे जमाना बहुत बदल गया साहब !
अब यहाँ कार्य नहीं स्मार्ट वर्क किये जाते हैं ।
अब सिर्फ रिजल्ट ही नहीं !
काम करने के तरीके भी आजमाये जाते हैं ।
हमने भी कहा चलो इस अपडेट वाली दुनिया में,
हम भी बुद्धिमान बन जाते हैं ।
अब छोड़ो ये पत्थर ये डंडे ,
अब अपनी ही गुठलियों से आम तोड़े जाते हैं ।
                            Smriti Tiwari
                             -मेरी लेखनी से

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