Sister

दीदी तो मां जैसी  होती  है  और  उसका  प्यार  ममता ही होती  है  उसकी डाँट पापा जैसी  उसकी सलाह दादा जैसी  वो हमजोली  भी दोस्त जैसी होती है  उसकी बातें बिल्कुल मेरे मन जैसी होतीं  हैं  और उससे दूरी कुछ  ग्रहन जैसी  होती है  अखिर जो  सबकुछ पूरा  कर दे  जिसमें  हर रिश्ता हो  वो बहन ही तो होती  है  मेरी दीदी भी मुझे माँ जैसी लगती  है।                                      With love :)                                                       Your brother                                                        ...

Eid Mubarak

कहते हैं बदल जाती है इस दिन चांद कि नज़ाकत
इस दिन सेवईयों की होती है सबको हाजत
गले मिलना ,दुआ देना ,हंसते रहना और हंसा देना
जिस दिन की हो ये आदत
बस उसी दिन कहना;
ईद मुबारक !

        - स्मृति तिवारी (मेरी लेखनी से)

   

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