Sister

दीदी तो मां जैसी  होती  है  और  उसका  प्यार  ममता ही होती  है  उसकी डाँट पापा जैसी  उसकी सलाह दादा जैसी  वो हमजोली  भी दोस्त जैसी होती है  उसकी बातें बिल्कुल मेरे मन जैसी होतीं  हैं  और उससे दूरी कुछ  ग्रहन जैसी  होती है  अखिर जो  सबकुछ पूरा  कर दे  जिसमें  हर रिश्ता हो  वो बहन ही तो होती  है  मेरी दीदी भी मुझे माँ जैसी लगती  है।                                      With love :)                                                       Your brother                                                        ...

बीती यादें / Childhood stories

लूडो में पीली गोटी कि लाल गोटी ;
कित -कित था का खेल,
और चूल्हे कि सौंधी रोटी ;
बारिश में पत्ते से पानी गिरते घंटो देखना,
छत पर तारों की गिनाई के साथ,
आंखों में बस नींद होती;
हां!
मां भी बगल ही सोती,
अपने नन्हें हाथों से उन्हें पकड़े रहती ;
मामा का घर और गर्मियों की छुट्टी;
हरदम खुशी और मां के आंचल में ही रोती
सच में !
अब मेरी ऐसी छुट्टी नहीं होती ।।
                -  ©Smriti Tiwari (meri lekhani se)

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