Sister

दीदी तो मां जैसी  होती  है  और  उसका  प्यार  ममता ही होती  है  उसकी डाँट पापा जैसी  उसकी सलाह दादा जैसी  वो हमजोली  भी दोस्त जैसी होती है  उसकी बातें बिल्कुल मेरे मन जैसी होतीं  हैं  और उससे दूरी कुछ  ग्रहन जैसी  होती है  अखिर जो  सबकुछ पूरा  कर दे  जिसमें  हर रिश्ता हो  वो बहन ही तो होती  है  मेरी दीदी भी मुझे माँ जैसी लगती  है।                                      With love :)                                                       Your brother                                                        ...

fate

सुना है किस्मत पर ही ज़िन्दगी चलती है
पर किस्मत कुछ पन्नों पर बिखरी होती है
इसका सीधा मतलब है कि किस्मत आपसे ही बदलती है
इसलिए डरना नहीं है किसी भी तल्ख-ए-वाकया से ,
चलिये किस्मत बदलते हैं
कैसे ? आईये समझते हैं !
दिन रात अपना किताबों को देते हैं
किताबों से जगते हैं किताबों से सोते हैं
किताबों से ही दोस्ती किताबों केे ही बीज बोते हैं
किताबों से ही झगड़ा किताबों को ही घर बनाते हैं 
क्योंकि किस्मत जिन पन्नो पर बिखरी होती है ना !
वो भी किताबों में कैद होते हैं ।।

स्मृति तिवारी -मेरी लेखनी से

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