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Sister

दीदी तो मां जैसी  होती  है  और  उसका  प्यार  ममता ही होती  है  उसकी डाँट पापा जैसी  उसकी सलाह दादा जैसी  वो हमजोली  भी दोस्त जैसी होती है  उसकी बातें बिल्कुल मेरे मन जैसी होतीं  हैं  और उससे दूरी कुछ  ग्रहन जैसी  होती है  अखिर जो  सबकुछ पूरा  कर दे  जिसमें  हर रिश्ता हो  वो बहन ही तो होती  है  मेरी दीदी भी मुझे माँ जैसी लगती  है।                                      With love :)                                                       Your brother                                                        ...

क्या किया जाय ?

क्या किया जाय यूं ही हंस दिया जाय  या रो दिया जाय रुक लिया जाय या चल लिया जाय नहीं नहीं थोड़ा फिसल लिया जाय लाओ कुछ कर लिया जाय कुछ सुन लिया जाय  या कुछ सुना दिया जाय थोड़ा सा हंस बोल लिया जाय थोड़ा सा गुस्सा कि नर्म हुआ जाय इधर चला जाय  कि उधर चला जाय ठहर कर थोड़ा संभल लिया  जीवन को थोड़ा समझ लिया जाय  छोड़ो ज्ञान थोड़ा अल्हड़पन किया जाय नहीं नहीं थोड़ा सा उड़ लिया जाय गले तक भर कर कुछ खा लिया जाय नहीं नहीं चिड़ियों सा चुन लिया जाय अरे यार ! जब करने को हो इतना कुछ  तो आखिर क्या किया जाय इस पल को जी लिया जाय  या खुदमें थोड़ा खो लिया जाय छोड़ो दुनियादारी  हो गई है रात बस मन भर कर सो लिया जाय।।             " शैल " स्मृति